138 IPC in Hindi धारा 138 क्या है (IPC 138 in Hindi)

Indian Kanoon 138 IPC in Hindi:- धारा 138 क्या है ? (IPC 138 in Hindi). 138 IPC in Hindi IPC Section 138 in Hindi What is IPC Section 138 Punishment? Know 138 IPC Bailable or Not. IPC Section for  Criminal Intimidation.

IPC Section 138 in Hindi परिभाषा

IPC Section 138:- आईपीसी की धारा 138 का संबंध किसी भी ऐसे व्यक्ति से है जो किसी भी सरकारी या निजी नौका (नाव) का प्रभारी होता है, लेकिन वह अपने कर्तव्यों का सही तरीके से पालन नहीं करता है। विशेष रूप से, यह धारा तब लागू होती है जब कोई व्यक्ति नाव के कप्तान, चालक या किसी अन्य जिम्मेदार पद पर होते हुए भी जानबूझकर कोई काम नहीं करता या अपने कर्तव्यों की अनदेखी करता है, जिससे सुरक्षा या संपत्ति को नुकसान पहुंच सकता है।

इस धारा के तहत, अगर कोई व्यक्ति यह सुनिश्चित करने में विफल रहता है कि उसकी नाव या जहाज निर्धारित नियमों और कानूनों का पालन कर रही है, तो उसे दोषी माना जाएगा। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सार्वजनिक या निजी नौवहन के दौरान सुरक्षा के मानकों का पालन हो।

IPC 138 in Hindi: आईपीसी धारा 138 के अनुसार दण्ड

IPC Section 138:- आईपीसी धारा 138 के अनुसार, जो व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी के तहत आने वाली नाव या जहाज को कानून और नियमों का पालन नहीं करवाता है, उस पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।

इस धारा के अंतर्गत उस व्यक्ति को दंडित किया जाता है जो जानबूझकर अपनी जिम्मेदारियों का उल्लंघन करता है, और इसके कारण सार्वजनिक या निजी संपत्ति या जीवन को खतरा हो सकता है। इस धारा का मुख्य उद्देश्य नौकाओं या जहाजों से जुड़े किसी भी खतरे को रोकना और सुरक्षा बनाए रखना है।

IPC Section 138 Punishment: आईपीसी धारा 138 के अनुसार दण्ड की सजा

आईपीसी की धारा 138 के तहत, अपराधी को निम्नलिखित प्रकार के दंड का सामना करना पड़ सकता है:

  • साधारण कारावास: इस धारा के तहत अपराधी को तीन महीने तक की साधारण कारावास की सजा हो सकती है।
  • जुर्माना: इसके अलावा, अपराधी पर एक निश्चित राशि तक का जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
  • दोनों का सम्मिलित दंड: कुछ मामलों में, अपराधी को दोनों सजा एक साथ भी दी जा सकती है यानी कारावास और जुर्माना दोनों का सामना करना पड़ सकता है।

इस धारा के तहत सजा का निर्धारण अपराध की प्रकृति और उसकी गंभीरता के आधार पर किया जाता है।

Effect of 138 IPC in Hindi: आईपीसी धारा 138 का प्रभाव

138 IPC Bailable or Not:- आईपीसी धारा 138 का प्रभाव मुख्य रूप से नौवहन और सार्वजनिक सुरक्षा पर पड़ता है। इसका मुख्य उद्देश्य नौकाओं या जहाजों के संचालकों को यह सुनिश्चित करना है कि वे अपने कर्तव्यों का पालन करें और किसी भी प्रकार की लापरवाही से बचें, जिससे जानमाल का नुकसान हो सकता है। इस धारा का प्रभाव निम्नलिखित रूपों में देखा जा सकता है:

  1. नौवहन सुरक्षा सुनिश्चित करना: इस धारा के तहत कार्रवाई का उद्देश्य नौकाओं और जहाजों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि दुर्घटनाओं और गलत कार्यों से बचा जाए।
  2. कर्तव्यों का पालन करना: धारा 138 यह सुनिश्चित करती है कि नाविक और जहाजों के संचालक अपने कर्तव्यों का पालन करें और लापरवाही न करें, जिससे सार्वजनिक संपत्ति और जीवन को नुकसान न पहुंचे।
  3. नागरिक अनुशासन: यह धारा यह भी सुनिश्चित करती है कि जिम्मेदारी वाले पदों पर बैठे लोग अनुशासन बनाए रखें और सरकारी या निजी संपत्ति को कोई नुकसान न पहुंचाएं।

Example of 138 IPC in Hindi: आईपीसी धारा 138 का उदाहरण

आईपीसी धारा 138 का एक उदाहरण नीचे दिया गया है:

उदाहरण: एक नाव चालक को यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी कि वह नाव के संचालन के दौरान सभी सुरक्षा नियमों का पालन करेगा। हालांकि, चालक ने लापरवाही से काम किया और सुरक्षा उपकरणों की जांच नहीं की, जिससे नाव में तकनीकी खराबी आ गई और नाव पानी में पलट गई। इस घटना में कोई व्यक्ति घायल हो गया। ऐसी स्थिति में, नाव चालक पर IPC धारा 138 के तहत कार्रवाई की जा सकती है, क्योंकि उसने अपने कर्तव्यों का पालन नहीं किया।

यह उदाहरण दर्शाता है कि नौका या जहाज के संचालन में जिम्मेदार व्यक्ति की लापरवाही से किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर उसे दंडित किया जा सकता है।

138 IPC Bailable or Not in Hindi: क्या आईपीसी धारा 138 जमानती है या नहीं?

138 IPC Bailable or Not:- IPC धारा 138 के अंतर्गत किया गया अपराध जमानती अपराध है। इसका मतलब है कि इस धारा के तहत गिरफ्तार व्यक्ति को अदालत से जमानत मिलने की संभावना होती है।

जमानती अपराधों में आरोपी को तुरंत जमानत मिल सकती है, जब तक कि कोई अन्य गंभीर आरोप उसके खिलाफ न हो। इस धारा के तहत अगर आरोपी जमानत की शर्तें पूरी करता है, तो उसे जमानत पर छोड़ा जा सकता है।

अपराध सजा संज्ञेय जमानत विचारणीय
किसी अधिकारी, सिपाही, नाविक या एयरमैन द्वारा अपमान का कार्य करना 6 महीने या जुर्माना या दोनों संज्ञेय जमानतीय कोई भी मजिस्ट्रेट

तो दोस्तो आज के लेख मे हमने IPC section 138 से जुडी सारी जानकारीयो को Hindi Langauge मेंआपके सामने रखने का प्रयास किया है कि Dhara 138 क्या है (what is IPC 138 in Hindi) Indian Kanoon 138 IPC अपराध की सजा क्या है और इस मुकदमे मे जमानत कैसे मिलती है।

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