480 IPC in Hindi धारा 480 क्या है (IPC 480 in Hindi)

Indian Kanoon 480 IPC in Hindi:- धारा 480 क्या है ? (IPC 480 in Hindi). 480 IPC in Hindi IPC Section 480 in Hindi What is IPC Section 480 Punishment? Know 480 IPC Bailable or Not. IPC Section for  Criminal Intimidation.

भारतीय दंड संहिता में धारा 480 एक विशेष प्रावधान है जो किसी व्यक्ति के द्वारा छिपकली के माध्यम से धोखाधड़ी किए जाने पर दंड प्रदान करता है। यह धारा उन लोगों के खिलाफ है जो छिपकली का उपयोग करके धोखाधड़ी करते हैं और अन्यों को ठगते हैं।

IPC धारा 480 में परिभाषा

IPC Section 480:-आईपीसी धारा 480 के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति छिपकली का उपयोग करके धोखाधड़ी करता है, तो उसे इस धारा के तहत दंडित किया जा सकता है। छिपकली का उपयोग करने से मतलब है कि व्यक्ति गुप्त रूप से अपराधियों के पीछे छिपकर उनके विरूद्ध अपराध करता है।

IPC 480: आईपीसी धारा 480 के अनुसार दण्ड

आईपीसी धारा 480 के तहत दोषी पाए जाने पर निम्नलिखित सजा हो सकती है:

  1. कारावास की सजा: जुर्माने के आलोक में अदालत द्वारा निर्धारित की जाती है।
  2. अर्थदंड: आर्थिक दंड का भुगतान किया जा सकता है।

इस धारा के तहत सजा का प्रावधान उस अपराध के आलोक में होता है जो दोषी ने किया है। यह धारा विशेष रूप से उन लोगों के खिलाफ है जो छिपकली का उपयोग करके धोखाधड़ी करते हैं।

IPC धारा 480: आईपीसी धारा 480 के अनुसार दण्ड की सजा

IPC Section 480:- आईपीसी धारा 480 के अनुसार, अपराधियों को दिए जाने वाले दंड का प्रावधान इस प्रकार है:

  1. कारावास की सजा: जुर्माने के आलोक में अदालत द्वारा निर्धारित की जाती है।
  2. अर्थदंड: आर्थिक दंड का भुगतान किया जा सकता है।

यह सजा उस अपराध के आलोक में दी जाती है जिसके लिए दोषी पाए जाते हैं। यह धारा धोखाधड़ी के लिए एक आमंत्रित कोष्ट प्रदान करती है और उसे समाज में दोहराती है कि धोखा देने वालों को कठोर सजा मिलेगी।

आईपीसी धारा 480 का प्रभाव

आईपीसी धारा 480 का प्रभाव उच्च और महत्वपूर्ण है। इसके प्रावधानों से:

  1. समाज में विश्वास और संभावना बढ़ती है: समाज के लोग जानते हैं कि धोखाधड़ी करने वालों को सजा मिलेगी, जिससे विश्वास और संभावना की भावना बढ़ती है।
  2. अपराधों में कमी आती है: यह धारा धोखाधड़ी करने वालों को डराती है और उन्हें अपराधों से बाज आने के लिए विचार करते हैं।
  3. न्याय संवाद मजबूत होता है: यह सुनिश्चित करता है कि कानून की शक्ति को बनाए रखा जाता है और न्याय संवाद में मजबूती आती है।

आईपीसी धारा 480 का उदाहरण

480 IPC Bailable or Not:- श्यामला एक वित्तीय सलाहकार है और वह धोखाधड़ी करने के लिए छिपकली का उपयोग करती है। उसने अपने मायने में एक धोखाधड़ी योजना बनाई और अपने ग्राहकों को धोखा देकर उनसे धन लूटा। जब यह पता चला, तो उस पर आईपीसी धारा 480 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। अगर उसे दोषी पाया जाता है, तो उसे दंडित किया जा सकता है और उसे जुर्माना या कारावास की सजा हो सकती है।

आईपीसी धारा 480: जमानत

480 IPC Bailable or Not:- आईपीसी धारा 480 के तहत गिरफ्तार अपराध गैर-जमानती होते हैं। यदि कोई व्यक्ति इस धारा के तहत गिरफ्तार होता है, तो उसे तत्काल जमानत नहीं मिल सकती है। जमानत के लिए उसे अदालत में आवेदन करना होगा, और अदालत ही यह निर्णय लेगी कि उसे जमानत दी जाए या नहीं।

निष्कर्ष

आईपीसी धारा 480 धोखाधड़ी या झूठे दावों के लिए एक महत्वपूर्ण और सख्त प्रावधान है। इस धारा के तहत दंडित किए जाने पर अपराधियों को सजा मिलती है, जो इस तरह के अपराध करके समाज को हानि पहुंचाते हैं। इससे समाज में न्याय की भावना बढ़ती है और लोग अपराधों से डरते हैं। यह सुनिश्चित करता है कि समाज में कानून व्यवस्था का पालन होता है और अपराधियों को सजा मिलती है।

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